Sunday, February 21, 2010

कविता १


ऑफ़िस में
दो भवनों को जोड़ते
स्काइवॉक
पर जाते समय
पत्तों की खट्टी कसैली
और सड़ती लकड़ी की
बरसाती गंध

अच्छा ही है
ऑफ़िस का माली
आलसी है
बगीचे में
थोड़ा-सा जंगल
बच गया है

– पद्मनाभ तिवारी

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